


भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के अंदर बैठकर कश्मीर में खून बहाने वाले आतंकवादी ढांचों की कमर तोड़ दी है। भारतीय बलों की कार्रवाई इतनी सटीक और तगड़ी थी कि पाकिस्तान में छिपे आतंकियों के लिए संगठित कार्रवाई को अंजाम दे पाना टेढ़ी खीर होगा। हालांकि, अकेले और छोटे हमलों से इनकार नहीं किया जा सकता है। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में मई की शुरुआत में भारतीय बलों की कार्रवाई ने एक बार फिर पाकिस्तान के ऊपर भारत की बढ़त साबित की।
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य टकराव के दौरान भारतीय वायु सेना ने न केवल पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकवादी ढांचों पर तबाही मचाई, बल्कि इसने पाकिस्तान के उकसावे पर उसके सैन्य अड्डों को भी निशाना बनाया। भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को निशाना बनाया, जिसमें अति महत्वपूर्ण रहीम यार खान और पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों के पास स्थित सरगोधा एयरबेस भी शामिल है।
पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली की खुली पोल
पाकिस्तान ने इस टकराव के दौरान भारत के ऊपर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दागीं लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली के आगे सारी बेकार साबित हुईं। पाकिस्तानी सेना भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों का शीशा तक तोड़ने में नाकाम रही। हाल ही में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने आईआईटी मद्रास के दीक्षांत समारोह के दौरान संबोधन दिया था। उन्होंने इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मीडिया को चुनौती दी कि वे भारतीय प्रतिष्ठानों की एक भी खिड़की का शीशा दिखाएं, जिसे पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में किए हमलों में तोड़ा हो।